कश्मीर में यूरोपीय यूनियन के सांसदों के दौरे के बीच बड़ा आतंकी हमला छह मजदूरों की गोली मारकर हत्या

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में छठी वारदात है जब मजदूरों और ट्रक ड्राइवरों को आतंकियों ने निशाना बनाया है. आतंकियों के निशाने पर ज्यादातर गैर कश्मीरी हैं.

जम्मू-कश्मीर में यूरोपीय यूनियन के सांसदों के दौरे के बीच एक बार गैर कश्मीर मजदूरों को आतंकियों ने निशाना बनाया है. आतंकियों ने मंगलवार को कुलगाम जिले में पांच मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी. इस हमले में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया. हताहत हुए सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के थे और इनका नाम शेख कमरुद्दीन, शेख एमडी रफीक, शेख मर्सुलिन, शेख निजामुद्दीन और मोहम्मद रफीक है.

हमले में शामिल आतंकियों की धड़-पकड़ के लिए सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. मोदी सरकार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया था. केंद्र के फैसले के बाद से आतंकवादी ट्रकवालों और मजदूरों खासकर उन लोगों को को निशाना बना रहे हैं जो कश्मीर के बाहर से घाटी में आये हैं. सोमवार को उधमपुर जिले के एक ट्रक चालक को अनंतनाग में आतंकवादियों ने मार डाला था. अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकवादियों के हमले में मारा जाने वाला यह चौथा ट्रक ड्राइवर था. 24 अक्टूबर को आतंकवादियों ने शोपियां जिले में दो गैर कश्मीरी ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर दी थी.

14 अक्टूबर को शोपियां जिले में ही दो आतंकवादियों ने राजस्थान पंजीकरण नंबर वाले एक ट्रक के ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. दो दिन बाद शोपियां जिले में ही आतंकवादियों के हमले में पंजाब के सेब व्यापारी चरणजीत सिंह की मौत हो गयी थी और संजीव घायल हो गया था. पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने छत्तीसगढ़ के एक ईंट भट्टा मजदूर की हत्या कर दी थी.

 

 

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