कांकेर में प्रत्याशी की जीत से चार गुना अधिक वोट नोटा को मिले
लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में 3521361 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। प्रदेश की कांकेर एक ऐसी सीट हैं, जहां से जीते हुए प्रत्याशी के वोट अंतर से चार गुना ज्यादा वोट नोटा को मिले हैं। इस सीट से भाजपा के मोहन मंडावी ने जीत दर्ज की है। उन्हें 546233 वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस के बीरेश ठाकुर को हराया। बीरेश ठाकुर पर उनकी जीत का अंतर 6914 वोटों का था, जबकि नोटा को ही 26713 वोट मिले हैं।
लोकसभा सीट | नोटा को मिले वोट |
बस्तर | 41667 |
सरगुजा | 29265 |
कांकेर | 26713 |
महासमुंद | 21241 |
राजनांदगांव | 19436 |
कोरबा | 19305 |
रायगढ़ | 15729 |
जांजगीर-चाम्पा | 9981 |
बिलासपुर | 4365 |
रायपुर | 4292 |
दुर्ग | 4271 |
कुल वोट | 196265 |
नोटा को वोट मिलने का आंकड़ा प्रदेश में बढ़ता ही जा रहा है। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार ज्यादा लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया है। खास बात कि नोटा का यह इस्तेमाल आदिवासी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा है। बस्तर में जहां वर्ष 2014 के चुनाव में 38,772 वोट नोटा को मिले थे, वहीं इस बार 41667 वोट मिले हैं। हालांकि बाकी आदिवासी क्षेत्रों में इस बार नोटा का इस्तेमाल थोड़ा कम हुआ है।
लोकसभा सीट | वर्ष 2019 | वर्ष 2014 |
बस्तर | 41667 | 38,772 |
राजनांदगांव | 19436 | 32384 |
कांकेर | 26713 | 31917 |
सरगुजा | 29265 | 31104 |