जेएसपीएल के लेबर कॉंट्रैक्टर संदीप सिंह का धड़ उनकी मोटरसाइकिल से लगभग साढ़े चार किलोमीटर दूर मानसरोवर डैम के पास मिला। सिर और कमर के नीचे का हिस्सा पैर शनिवार देर रात तक नहीं मिले थे। ऐसे में संदीप की हत्या पुलिस के लिए एक पहेली बन गई है। अब तक की जांच में ऐसी बात सामने नहीं आई है जिससे यह साबित हो कि संदीप की किसी से रंजिश, लेनदेन या अवैध संबंध थे।
शनिवार सुबह 6.30 बजे जिंदल एयरस्ट्रिप के सामने कंपनी के डैम मानसरोवर के पंप ऑपरेटर ने प्लास्टिक में लिपटा संदीप का धड़ देखा था। शुक्रवार की रातघर से निकले संदीप देर तक नहीं लौटे तो 12 बजे पत्नी संध्या ने ननदोई मिथिलेश सिंह के साथ कोतरा रोड थाने में संदीप की गुमशुदगी दर्ज कराई। संदीप के बहनोई मिथिलेश सिंह ने बताया, रात को मोबाइल बंद मिलने पर फैक्ट्री में सुपरवाइजरों से संदीप के बारे में पूछा था। उन्होंने बताया, वे फैक्ट्री से एक साथ निकले लेकिन रात 8.30 बजे अपने-अपने घर चले गए थे। एएसपी अभिषेक वर्मा, सीएसपी अविनाश ठाकुर, टीआई रूपक शर्मा व फॉरेंसिक एक्सपर्ट आर पैकरा ने तीनों सुपरवाइजरों से पूछताछ की है। अज्ञात के खिलाफ 302, 201 के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।
पूरी घटना समझिए.
- संदीप ने पत्नी को फोन पर बताया -सैलून जा रहा हूं।
- रात 12 बजे तक नहीं लौटे तो पत्नी संध्या थाने पहुंचीं।
- सुबह 30 बजे डैम के पंप ऑपरेटर ने धड़ देखा।
- सुबह 7 बजे किरोड़ीमलनगर स्टेशन के बाहर बाइक मिली।