Edited By: Dhanesh Diwakar
- कबीरधाम कलेक्टर ने लिखा- ये सिर्फ नंबर गेम, आपकी काबीलियत आपको देती है बेहतरीन मौका
- बेटी को प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने और उसके साथ मिड डे मील खाने को लेकर चर्चा में आए थे आईएएस
परीक्षा में नंबर कम आना या फिर फेल हो जाना यह आपकी काबीलियत को नहीं बताता। यह महज के एक नंबर गेम है। आपके अंदर छिपी काबीलियत आपको आगे कई बेहतरीन मौके देती है। करीब दो साल पहले बेटी को प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने और उसके साथ मिड डे मील खाने को लेकर चर्चा में आए प्रदेश के आईएएस अधिकारी अवनीश कुमार शरण ने अब फेसबुक पर अपनी मार्क्सशीट साझा करते हुए यह बातें लिखी हैं।
अवनीश कुमार शरण 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 10 मई को परीक्षा परिणाम आने और 11 मई को छात्र के आत्महत्या की खबर पढ़कर उन्होंने फेसबुक पर लिखा, “आज मैंने अखबार में एक चौंकाने वाली खबर पढ़ी कि एक छात्र ने परीक्षा में फेल हो जाने के कारण आत्महत्या कर ली।छात्रों को मोटिवेट करने के उद्देयश्य से आईएएस अफसर ने अपनी कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं, कॉलेज के नंबर भी फेसबुक पर शेयर किए। उन्होंने कक्षा 10वीं में 44.5 फीसदी, 12वीं की परीक्षा में 65 % और स्नातक में 60.7 % नंबर हासिल किए थे।
बेटी को पहले आंगनबाड़ी में पढ़ाया, फिर सरकारी स्कूल में
वर्ष 2017 में पहली बार आईएएस अवनीश कुमार शरण चर्चा में आए थे। बलरामपुर के कलेक्टर रहते हुए उन्होंने बेटी वेदिका का दाखिला सरकारी स्कूल प्रज्ञा प्राथमिक विद्यालय में कराया था। वहां पर बेटी के साथ मिड डे मील खाते उनकी फोटो काफी वायरल हुई थी। उनका मानना है कि हमें सरकारी संस्थाओं में यकीन करना चाहिए तभी उनकी हालत सुधर सकती है। इसके पहले उन्होंने वेदिका को आंगनबाड़ी भी भेजा था।