Edited By: Dhanesh Diwakar
- फोटो और वीडियो विश्लेषण तकनीक के सुधार पर काम, अमेरिकी विश्वविद्यालयों से अनुबंध किया
- यूजर किसी आतंकवादी संगठन के बयान का लिंक साझा करता है तो अकाउंट पर बैन लगेगा
फेसबुक ने हिंसा की लाइव स्ट्रीमिंग और इसकी शेयरिंग को रोकने के लिए वन स्ट्राइक पॉलिसी बनाई है। कंपनी ने न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हमलावर द्वारा हिंसा की लाइव स्ट्रीमिंग के बाद ये फैसला लिया। फेसबुक में ‘इंटीग्रिटी’ के वीपी गाय रोसेन ने बताया कि जिन लोगों ने तय नियम तोड़े हैं, उन पर फेसबुक के लाइव स्ट्रीमिंग फीचर का गलत इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबंध लगाया जाएगा। अगर किसी यूजर ने फेसबुक वॉल पर हिंसक वीडियो की लाइव स्ट्रीमिंग की है, तो वे आगे इस फीचर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में नफरत फैलाने वाले ग्रुप्स की पहचान कर उन्हें अपने प्लेटफॉर्म से हटाने के लिए फेसबुक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल भी कर रहा है। ऐसे ग्रुप्स फेसबुक की कोई भी सर्विस यूज नहीं कर पाएंगे।
फेसबुक ने पिछले दिनों यह ऐलान भी किया था कि वह श्वेत राष्ट्रवाद और श्वेत अलगाववाद की तारीफ या उसके सपोर्ट को बैन करेगा। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यह बैन अगले हफ्ते लागू हो जाएगा।
फेसबुक ने फोटो और वीडियो विश्लेषण तकनीक में सुधार करने के लिए अमेरिका के तीन विश्वविद्यालयों के साथ अनुबंध किया है। इसके लिए वो 75 लाख डॉलर (करीब 51 करोड़ रुपए) खर्च कर रहा है।