20 रुपये के नए नोट के बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर होगी. इसके साथ ही बहुत छोटे लेटर्स में “RBI”, “Bharat”, “India”और “20” लिखा होगा. साथ ही आपको दिखेगा गवर्नर के दस्तखत वाला शपत पत्र.
नई दिल्ली:
भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) जल्द ही 20 रुपये का नया नोट (Rs.20 New Note ) जारी करने वाला है. हालांकि, इसका डिजाइन और कलर सामने आ गया है. ये दिखने में लेमन येल्लो रंग का है. इस नोट पर सेंट्रल बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Central Bank’s Governor Shaktikanta Das) के सिग्नेचर दिखेंगे. सेंट्रल बैंक ने कहा कि, “इस नए बैंकनोट में उलटी तरफ एलोरा गुफाओं (Ellora Caves) का चित्र है, जो बखूबी देश की सांस्कृतिक विरासत को दिखा रही है” साथ ही आरबीआई (RBI) ने यह भी कहा कि पुराने 20 के नोट बंद नहीं होंगे. यानी पुराने 20 रुपयों के नोट का इस्तेमाल जारी रहेगा.
नए 20 रुपये के नोट से जुड़ी 10 जरूरी बातें:-
1. नया 20 रुपये का नोट पूरी तरह से नया डिज़ाइन किया गया है. इस नोट के आगे और पीछे नए रंग के साथ-साथ जियोमैट्रिक पैटर्न संरेखित की गई है.
2. ये 20 रुपये के नए नोट का साइज़ 63 mm x 129 mm है. यानी ये 63 मिलीमीटर चौड़ा और 129 मिलीमीटर लंबा है.
4. इस नए नोट के सामने वाले हिस्से पर 20 नंबर अंकों और देवनागरी में लिखा होगा, लेकिन इसकी छवि अप्रत्यक्ष होगी.
5. 20 रुपये के नए नोट के बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर होगी. इसके साथ ही बहुत छोटे लेटर्स में “RBI”, “Bharat”, “India”और “20” लिखा होगा. साथ ही आपको दिखेगा गवर्नर के दस्तखत वाला शपत पत्र.
6. नए नोट के पीछे की तरफ अशोक स्तंभ (Ashoka Pillar) और इलेक्ट्रोटाइप से 20 लिखा होगा.
7. नोट के ऊपर बाएं तरफ और नीचे दाएं तरफ छोटे से बड़े होते हुए नंबर दिखेंगे.
8. 20 के नए नोट के पीछे की तरफ उसकी छपाई का साल लिखा होगा.
9. इस 20 रुपये के नए नोट में स्वच्छ भारत का लोगोऔर स्लोगन लिखा होगा, उलटी तरफ.
10. इन सबके साथ नोट के पीछे अलग-अलग 15 भाषाओं में 20 रुपये भी लिखा होगा.
बता दें, एलोरा की ये गुफाएं (Ellora Caves) महाराष्ट्र के औरगांबाद में स्थित हैं. ये यूनेस्को की विश्व धरोहरों में शामिल हैं. कुल यहां 34 गुफाएं हैं जिनकी लंबाई करीब 30 किलोमीटर है. इन गुफाओं में हिंदू, बौद्ध और जैन मंदिर बने हुए हैं. यहां 12 बौद्ध गुफाएं, 17 हिंदू गुफाएं और 5 जैन गुफाएं हैं. इन गुफाओं को 1000 ईसवी पूर्व में बनाया गया था. इन्हें राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने बनवाया था. महाराष्ट्र का प्रमुख कैलाश मंदिर भी इन्हीं गुफाओं में बना हुआ है.