मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 7 नवंबर को जिला मुख्यालय सुकमा के दौरे पर जाएंगे। 168 करोड़ रूपए की लागत के 64 कार्यों का होगा लोकार्पण-भूमिपूजन, बारुनदी पर उच्चस्तरीय पुल, , 10.46 करोड़ से सुकमा में बनने वाले आदर्श महाविद्यालय भवन और सुकमा में 4.17 करोड़ रुपए की लागत के फूड पार्क का शिलान्यास
मुख्यमंत्री सुकमा के रामपुरम के पास गीदम में गौठान का अवलोकन करेंगे। सुकमा में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 85 करोड़ 26 लाख रुपए से अधिक के 28 विकास कार्यों का लोकार्पण और 83 करोड़ 32 लाख 97 हजार रुपए के 36 विकास कार्यों का भूमिपूजन करेंगे।
मुख्यमंत्री बघेल जिन कार्यों का लोकार्पण करेंगे, उनमें कोकराल से पुसपाल मार्ग पर बारुनदी में 5 करोड़ 46 लाख रुपए की लागत से निर्मित उच्चस्तरीय पुल, 8 करोड़ रुपए की लागत से सुकमा में निर्मित एकलव्य आदर्श आवासीय परिसर, 11 करोड़ 61 लाख रुपए की लागत से सुकमा में निर्मित 500 सीटर अनुसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भवन,
3 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से छिन्दगढ़़, कोडरीपाल, पुसपाल, तोंगपाल, लेदा, गादीरास, केरलापाल, कोर्रा, चिन्तागुफा, मुण्डपल्ली, कुकानार और कोण्टा में निर्मित सहकारिता गोदाम, 8 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 250 सीटर बालक छात्रावास भवन, 8 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित बालिका छात्रावास भवन, 2 करोड़ 17 लाख 16 हजार रुपए की लागत से पुसपाल में निर्मित 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र और 1 करोड़ 56 लाख रुपए की लागत से एर्राबोर में निर्मित 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र शामिल है।
मुख्यमंत्री जिन कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे, उनमें 10 करोड़ 46 लाख रुपए की लागत से सुकमा में आदर्श महाविद्यालय का निर्माण, सुकमा में 4 करोड़ 17 लाख रुपए की लागत के फुड पार्क, मारोकी, मानकापाल, पोंगाभेज्जी, बड़े गुरवे, बाड़नपाल, कांकेरलंका, कनकापाल, गोलापल्ली, आगरगट्टा, कांजीपानी, कोर्रा, गगनपल्ली, गंजेनार, गोरखा, हमीरगढ़ में लगभग
6 करोड़़ रुपए की लागत के उप स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय सुकमा में 1 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत के ट्रांजिस्ट हॉस्टल, रोकेल में फूल नदी पर 2 करोड़ रुपए की लागत के डायवर्सन कार्य, छिंदगढ़ और गंजेनार में 8 करोड़ रुपए की लागत के समूह जल प्रदाय योजना, 49 लाख 66 हजार रुपए की लागत से पोलमपल्ली के आश्रिम ग्राम इत्तागुड़ा, पातापारा, बरदेलतोंग में नलजल योजना, 2 करोड़ 47 लाख 84 हजार रुपए की लागत केे गोरली नदी व्यपवर्तन योजना के कार्य शामिल हैं।