Edited By: Dhanesh Diwakar
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मॉनसून 5 दिन की देरी से केरल पहुंचेगा। मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि यह 6 जून को केरल तट से टकराएगा। आम तौर पर मॉनसून वहां 1 जून तक पहुंच जाता है। एक दिन पहले ही मौसम से जुड़ी प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने भी 4 जून तक मॉनसून के केरल पहुंचने के आसार जताए थे। हालांकि मौसम विभाग के अनुमान में चार दिन कम-ज्यादा हो सकते हैं।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि मॉनसून के देर से आने से जरूरी नहीं है कि इसका बारिश पर भी असर पड़े। पिछले साल मॉनसून नियत तारीख से तीन दिन पहले, 29 मई को केरल तट पहुंचा था। बावजूद इसके देश में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई थी। इसी तरह 2017 में 95% बारिश दर्ज की गई। अप्रैल में मौसम विभाग ने 96% और स्काईमेट ने 93% बारिश का अनुमान जताया था। हालांकि मंगलवार को स्काईमेट ने सामान्य से कम (91%) वर्षा की संभावना जताई।
विभाग ने कहा कि अंडमान सागर, निकोबार द्वीप और पूर्वी-दक्षिण बंगाल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसूनी बादल 18-19 मई को पहुंचेंगे। मॉनसून के आगे बढ़ने के हालात अनुकूल हो रहे हैं। विभाग का यह भी दावा है कि मॉनसून की शुरुआत की तारीख के बारे में उसके पूर्वानुमान 14 वर्षों में 2015 को छोड़कर सही साबित हुए हैं।
2018 में 91% हुई थी औसत बारिश
पिछले साल देशभर में 91% औसत बारिश हुई थी। हालांकि 2018 में स्काइमेट ने 100% और मौसम विभाग ने 97% बारिश का अनुमान जताया था।