लोकसभा निर्वाचन के लिए 23 मई को होने वाली मतगणना में सुबह 8 बजे सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी पहले दिन करीब 150 और दूसरे दिन भी इतने ही अधिकारी और कर्मचारियों जिनको मतगणना सुपरवाईजर और मतगणना सहायक के रूप में ड्यूटी लगाई गई है उन्हें मतगणना की प्रक्रिया एवं प्रावधान के संबंध में आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
हर टेबल पर रहेगी माईक्रो आब्जर्वर की नजर
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक के प्रतिनिधि के रूप में मतगणना की सभी टेबलों में एक–एक माईक्रो आब्जर्वर भी रहेंगे जो जो मतगणना पर नजर रखेंगे और उनसे हर चक्र के परिणामों की जानकारी अपने प्रपत्र में भरेंगे और इसकी जानकारी आयोग के प्रेक्षक को देंगे।
प्रत्येक विधानसभा में मतों की गिनती के लिए लगेंगी 14 टेबल
प्रत्येक विधानसभा के मतगणना कक्ष में 14 टेबल लगाई जाएगी। वीवीपैट आवश्यक होने पर ही लाई जायेगी। हर मतगणना टेबल में सूची लगी होगी जिसमें किस राऊन्ड में कौन सी मशीन लाई जाएगी इसका उल्लेख होगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार एक राऊन्ड की गणना पूरी हो जाने के बाद ही दूसरे राऊन्ड की मशीन लाई जाएंगी।
सबसे पहले डाक मतपत्र की गणना, इसके लिए अलग कर्मचारी होंगे
मतगणना डाकपत्रों की गणना के साथ सुबह 8 बजे से शुरु होगी। इसमें सुरक्षा सैनिकों व्दारा भेजे गए इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट (ईटीपीबी) और साधारण डाक मतपत्र की गणना होगी। इसके लिए अलग गणना पर्यवेक्षक और गणना सहायक होंगे। कंट्रोल यूनिट की खराबी के कारण उससे परिणाम प्राप्त करना संभव न हो तो उस मतदान केंद्र के मतों की गणना वीवीपैट की पर्चियों से किया जाएगा।