- एनाकोंडा मालगाड़ी ने 220 किलोमीटर की दूरी 7 घंटे में पूरी की
- रेलवे विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाने के बाद इस तरह से परिचालन की उपयोगिता बढ़ेगी
बिलासपुर .
देश में पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन से तीन मालगाड़ियों को एक साथ जोड़कर 177 वैगन के साथ एनाकोंडा मालगाड़ी ने 220 किलोमीटर की दूरी 7 घंटे में पूरी की। इस मालगाड़ी की लंबाई दो किलोमीटर थी। रेलवे ढुलाई में पहले स्थान पर चल रहे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर डिवीजन के परिचालन विभाग ने 6 फरवरी को तीन इलेक्ट्रिक इंजन के साथ तीन मालगाड़ियों को जोड़कर चलाया। इसमें प्रत्येक मालगाड़ी में 59 वैगन थे।
भिलाई लोको शेड से दोपहर 02.55 बजे रवाना हुई यह ट्रेन शाम को 06.40 बजे बिलासपुर से गुजरकर रात 10.05 बजे यह कोरबा पहुंची। इसके पूर्व 31 मई 2019 को अनाकोंडा को डीजल इंजन से चलाया गया था। उस समय इसी दूरी को तय करने में उस समय 07.30 घंटे का समय लगा था। खास बात यह थी कि तीनों मालगाड़ियों को जोड़ने के दौरान कुल तीन इलेक्ट्रिक इंजन में सबसे आगे के इंजन में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट थे। शेष दो इंजन के पॉवर चालू थे, लेकिन उसमें कोई पायलट या सहायक लोको पायलट नहीं था। वैगन के खत्म होने के बाद सिर्फ गार्ड का डिब्बा था। रेलवे विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाने के बाद इस तरह से परिचालन की उपयोगिता बढ़ेगी।
क्या होगा फायदा
- डीजल इंजन के नहीं लगने से डीजल की बचत होगी।
- धुएं के नहीं होने से पर्यावरण के अनुकूल होगा।
- परिचालन की दक्षता बढ़ेगी।
- लगने वाले समय की बचत होगी।
- एक ही समय पर तीन मालगाड़ियां चली जाएंगी।
- चार पायलट सहित दो गार्ड की बचत होगी।