छत्तीसगढ़: पांच और नगर निगम पर कांग्रेस की जीत, रायपुर में एजाज और दुर्ग में धीरज निर्वाचित हुए महापौर

  •  छत्तीसगढ़ के 10 निगम में अब तक 8 पर हुआ कांग्रेस का कब्जा, तीन पर पहले ही कांग्रेस प्रत्याशी हो चुके हैं निर्वाचित
  • चिरमिरी में मतदान से पहले ही भाजपा उम्मीदवारों ने लिए नाम वापस, धमतरी में भाजपा की ओर से हुई क्रॉस वोटिंग
  • नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में भी कांग्रेस का रहा दबदबा, तीन में से दो जगह कांग्रेस, एक भाजपा के खाते में गई

रायपुर

छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में परचम लहराने के बाद महापौर पद भी कांग्रेस के हाथ बाजी लगी है। सोमवार को पांच नगर निगम- रायपुर, दुर्ग, धमतरी, रायगढ़ और चिरमिरी के लिए हुए निर्वाचन में भी कांग्रेस प्रत्याशी निर्वाचित हुए हैं। रायपुर में एजाज ढेबर, चिरमरी में कंचन जायसवाल, दुर्ग में धीरज बाकलीवाल, रायगढ़ में जानकी काटजू और धमतरी में विजय देवांगन महापौर निर्वाचित हुए हैं। जगदलपुर, राजनांदगांव व बिलासपुर में पहले ही कांग्रेस प्रत्याशी महापौर निर्वाचित हो चुके हैं।

प्रदेश के 10 नगर निगमों में से जगदलपुर, राजनादंगाव और बिलासपुर सहित 8 पर कांग्रेस का कब्जा हो चुका है। रायपुर, दुर्ग और धमतरी में निर्दलीयों का समर्थन मिलने के बाद कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। चिरमिरी में मतदान के ठीक पहले भाजपा उम्मीदवारों के नाम वापस लेने से निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।

नगर निगम  महापौर सभापति
रायपुर एजाज ढेबर प्रमोद दुबे
दुर्ग धीरज बाकलीवाल राजेश यादव
रायगढ़ जानकी काटजू जयंत ठेठवार
धमतरी विजय देवांगन अनुराग मसीह
चिरमिरी कंचन जायसवाल गायत्री

रायपुर में भाजपा के मृत्युंजय दुबे को मिली शिकस्त, सभी निर्दलीय आए कांग्रेस के साथ

  1. दरअसल, रायपुर में मेयर को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। कांग्रेस ने जहां देर रात ही अपने पत्ते खोल दिए थे, वहीं भाजपा लगातार विरोध जताती रही। भाजपा की ओर से महापौर पद के चार दावेदार सामने आ गए। हालांकि बाद में भाजपा ने अाधिकारिक रूप से मृत्युंजय दुबे काे उम्मीदवार बनाया और बाकी ने नाम वापस ले लिए। 70 वार्ड वाले रायपुर नगर निगम में भाजपा को 29 में जीत मिली थी। जबकि कांग्रेस के पार्षद 34 और सात वार्ड में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की। ऐसे में शहर सरकार के लिए निर्दलीय तुरुप का पत्ता बनकर उभरे और कांग्रेस को 41 पार्षदों का समर्थन मिला।
  2. दुर्ग और रायगढ़ में भी निर्दलीय बने कांग्रेस के तारणहार

    दुर्ग नगर निगम में महापौर पद के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस के धीरज बाकलीवाल को 40 मत मिले, वहीं भाजपा के नरेंद्र बंजारे को 20 पार्षदों का समथर्न मिला। 60 वार्डों वाले निगम में भाजपा को 16 और कांग्रेस को 30 वार्डों में जीत मिली थी। जबकि 14 वार्डों में निर्दलीयों ने कब्जा जमाया था। वहीं नगर निगम रायगढ़ में कांग्रेस की जानकी काटजू महापौर बनी हैं। 48 वार्ड वाले निगम में 24 में कांग्रेस, 19 में भाजपा व 5 अन्य जीते थे। मेयर चुनाव के दौरान कांग्रेस को 26 और भाजपा को 22 मत मिले हैं।

  3. धमतरी में हुई कांटे की टक्कर, चिरमिरी में निर्विरोध निर्वाचन

    वहीं धमतरी नगर निगम में कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर हुई। 40 वार्ड वाले निगम में भाजपा ने 17 व कांग्रेस ने 18 और निर्दलीय ने 5 वार्डों में कब्जा जमाया था। मतदान के दौरान 4 निर्दलीय कांग्रेस के पक्ष में आ गए और विजय देवांगन को 22 मत मिले। जबकि धनीराम को 18 मत प्राप्त हुए। जबकि सभापति के िलए भाजपा को क्राॅस वोटिंग के चलते मात्र 15 वोट ही मिल सके। कांग्रेस के अनुराग मसीह  25 मतों के साथ सभापति चुने गएं। दूसरी ओर चिरमिरी में मतदान से ठीक पहने नाम वापस लेने के कारण निर्विरोध निर्वाचन हुआ।

  4. कवर्धा व बीजापुर नगर पालिकाओं में कांग्रेस का कब्जा, काेंडागांव में भाजपा का अध्यक्ष

    कवर्धा और बीजापुर नगर पालिका में भी कांग्रेस का कब्जा हो गया है। जबकि काेंडागांव में भाजपा का अध्यक्ष चुना गया। कवर्धा में कांग्रेस के ऋषि शर्मा अध्यक्ष चुने गए। उन्हें मतदान के दौरान 21 वोट मिले। जबकि भाजपा प्रत्याशी उमंग पांडे को 6 पार्षदों का समर्थन मिला। दरअसल, कवर्धा में 27 वार्ड हैं। इनमें से 19 में कांग्रेस और 6 में भाजपा उम्मीदवार जीते थे। जबकि 2 पर अन्य ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस प्रत्याशी को अन्य दोनों का भी साथ मिल गया। यहां 15 साल बाद नगर पालिका में कांग्रेस का अध्यक्ष बना है।

  5. बीजापुर नगर पालिका में 15 साल बाद कांग्रेस का कब्जा

    वहीं बीजापुर नगरपालिका में भी भाजपा ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। भाजपा के बायकॉट के बाद कांग्रेस के कांग्रेस के बेनहूर रावतिया को अध्यक्ष और पुरुषोत्तम सल्लुर को उपाध्यक्ष चुन लिया गया। यहां भी दोनों का निर्वाचन निर्विरोध रूप से हुअा। 15 साल में पहली बार कांग्रेस को यहां जीत मिली है। दूसरी ओर कोंडागांव नगर पालिका में भाजपा ने जीत दर्ज की। यहां भाजपा की हेमकुंवर को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। कोंडागांव नगर पालिका में 22 वार्ड हैं। इनमें से कांग्रेस को 8, जबकि भाजपा को 14 वार्ड में जीत मिली थी।

  6. बेेमेतरा में स्पष्ट बहुमत, फिर भी क्रॉस वोटिंग के बाद आपस में भिड़े भाजपा पार्षद

    बेमेतरा नगर पालिका में अध्यक्ष पद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद भाजपाई पार्षद आपस में भिड़ गए। भाजपा पार्षदों के बीच जमकर गाली-गलौज हुआ और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। बाद में पुलिस ने हस्ताक्षेप कर मामले को शांत कराया। पार्षद चुनाव के दौरान भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला था। 21 वार्डों की पालिका में भाजपा के 12, कांग्रेस के 8 और 1 निर्दलीय पार्षद की जीत हुई थी। बावजूद इसके भाजपा अपना अध्यक्ष नहीं बना पाई। कांग्रेस की शकुंतला साहू को 15 वोट मिले, जबकि भाजपा को महज 6 वोट ही मिल सके।

  7. नगर पालिका अध्यक्ष  
    बालोद विकास चोपड़ा (कांग्रेस)
    बेमेतरा शकुंतला साहू
    अकलतरा शांति देवी भारत (भाजपा)
    मुंगेली संतु लाल सोनकर (भाजपा)
    बलौदाबाजार चितावर जायसवाल (भाजपा)
    सुकमा राजू (कांग्रेस)
    भाटापारा  सुनीता गुप्ता (कांग्रेस)
    कवर्धा ऋषि शर्मा (कांग्रेस)
    बीजापुर बेनहूर रावतिया (कांग्रेस)
    कोंडागांव हेमकुंवर (भाजपा)
    सक्ती सुषमा जायसवाल (कांग्रेस)
    नैला भगवान दास गढ़ेवाल (कांग्रेस)
    नारायणपुर सुनीता मांझी (कांग्रेस)

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