- प्रदेश या जिला स्तर पर सरकारी कार्यक्रम नहीं होंगे, आम लोगों से भी की गई भीड़-भाड़ से बचने की अपील
- राज्य सरकार ने कर्मचारियों के बायोमेट्रीक अटेंडेंस पर भी लगाई रोक, पोल्ट्री उत्पादों को बताया खतरे से बाहर
रायपुर.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होली के किसी भी सरकारी या निजी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। सीएम के दफ्तर की तरफ से कहा गया है कि कोरोनावायरस के संबंध में केन्द्र सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के चलते मुख्यमंत्री होली मिलन के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नही होंगे। केंद्रीय मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि राज्य सरकार अन्य लोगों से भीड़-भाड़ वाले इलाके और सार्वजनिक सभाओं से दूर रहने की अपील करे। रायपुर के एडीएम विनीत बंदनवार ने आम लोगों के कार्यक्रम को लेकर कहा कि प्रायवेट कार्यक्रमों पर रोक नहीं है, मगर लोगों को एहतियात बरतने की बात हम बता रहे हैं।
बायोमैट्रिक पर रोक
कोरोनावायरस के कारण राज्य सरकार के कर्मचारियों को 31 मार्च तक बायोमेट्रिक अटेंडेंस से छूट दी गई है। बायोमैट्रिक सिस्टम जिसमें अंगुलियों को रखकर फिंगर प्रिंट को स्कैन किया जाता है। इससे इंफेक्शन का खतरा होता है, लिहाजा राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में सभी विभागों को निर्देश जारी कर दिए है।
पोल्ट्री उत्पाद से खतरा नहीं
राज्य सरकार ने पोल्ट्री उत्पाद को लेकर भी अपना पक्ष रखा है। कोरोनावायरस के चिकन या अंडे के माध्यम से फैलने अफवाह है। सरकार के मुताबिक इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अब तक पोल्ट्री में कोरोनावायरस की अभी तक कोई घटना रिपोर्ट नहीं हुई है। कृषि विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि चिकन व अंडे के उपयोग को लेकर संशय न रखे। डब्ल्यूएचओ की अनुशंसा के मुताबिक चिकन व अंडे खाने से कोई खतरा नहीं है।