- पूरे उत्तर प्रदेश में शीत लहर और कंपकपाती ठंड का प्रकोप जारी, अब तक 28 लोगों की मौत की खबर
- पिछले एक दशक बाद बुंदेलखंड में शुक्रवार को चार से पांच डिग्री न्यूनतम तापमान से ठिठुरे लोग
- अगले तीन दिनों में तापमान में और गिरावट आने का अनुमान, नए साल की पूर्व संध्या पर बारिश होने की भी संभावना
लखनऊ
पूरे उत्तर प्रदेश में शीत लहर और कंपकपाती ठंड का प्रकोप जारी है। अब तक सूबे में कुल 28 लोगों की मौत की खबर है। शनिवार को राजधानी लखनऊ में तापमान 5 डिग्री दर्ज किया गया। ठंड की वजह से ट्रेनों की चाल भी बदलने लगी है। एक ओर जहां कई ट्रेनें लेट हो रही हैं वहीं कई ट्रेनें रद्द भी कर दी गई हैं। बुंदेलखंड इलाके में भी पिछले चार दिनों से जोरदार शीतलहर चल रही है और गैर सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इन चार जिलों में कथित रूप से ठंड लगने की वजह से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक, फिलहाल राज्य के लोगों को ठंड से राहत नहीं मिलेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक कानपुर में 12, वाराणसी में चार, फतेहपुर, औरैया में दो-दो और बांदा में एक व्यक्ति की ठंड से मौत हो चुकी है। इसके अलावा प्रयागराज में तीन तथा प्रतापगढ़ में भी एक व्यक्ति की मौत की खबर है। ठंड की वजह से रेल, सड़क और वायु यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
शनिवार सुबह यूपी में मौसम का हाल
शहर | तापमान (सुबह 8 बजे का न्यूनतम तापमान) |
लखनऊ | 5 डिग्री सेल्सियस |
वाराणसी | 5 डिग्री सेल्सियस |
गोरखपुर | 5 डिग्री सेल्सियस |
इलाहाबाद | 4 डिग्री सेल्सियस |
गाजियाबाद | 4 डिग्री सेल्सियस |
फॉग सेफ डिवाइस के बावजूद ट्रेनों पर देरी का कोहरा
कोहरे के बीच फॉग सेफ डिवाइस के इस्तेमाल के बावजूद ट्रेनें देरी की चपेट में आने लगी हैं। शुक्रवार को ही राप्ती सागर एक्सप्रेस 11 घंटे और जैसलमेर-हावड़ा एक्सप्रेस पौने 10 घंटे लेट आई। प्रयागघाट-लखनऊ पैसेंजर सवा छह घंटे, सद्भावना पौने पांच घंटे, मरुधर एक्सप्रेस सवा चार घंटे, बेगमपुरा एक्सप्रेस तीन घंटे, फरक्का एक्सप्रेस ढाई घंटे और अवध असम एक्सप्रेस भी सवा दो घंटे लेट हो गई। इसके अलावा काशी विश्वनाथ, सरयू यमुना और आम्रपाली एक्सप्रेस सहित करीब कई ट्रेनें डेढ़ से दो घंटे तक लेट आने से सैकड़ों यात्री भी परेशान हुए।
दिल्ली, गोरखपुर रूट की बसें तीन घंटे लेट
लखनऊ से दिल्ली और गोरखपुर रूट की रात्रिकालीन बसें दो से तीन घंटे तक लेट हो रही हैं। इससे इनकी समय सारिणी पटरी से उतर गई है। रोडवेज अफसरों के मुताबिक, देहरादून, कोटा, काठगोदाम व दिल्ली की बसों पर रात में कोहरे का ज्यादा असर है। वापसी में भी ये बसें रात में चलने की वजह से लखनऊ लेट आ रही हैं।
देर से आईं कई उड़ानें
अमौसी एयरपोर्ट पर शुक्रवार को दिल्ली और मुंबई की तीन उड़ानों में लेटलतीफी हुई, हालांकि बाकी उड़ानों के समय पर चलने से यात्रियों ने खासी राहत महसूस की। गो-एयर की मुंबई उड़ान एक घंटे, इंडिगो की मुंबई और दिल्ली की उड़ानें करीब 45 मिनट लेट आईं। वहीं, छह उड़ानें 25 से 35 मिनट तक लेट हुईं।
4 डिग्री न्यूनतम तापमान से ठिठुरा बुंदेलखंड
पिछले एक दशक बाद बुंदेलखंड में शुक्रवार को चार से पांच डिग्री न्यूनतम तापमान से लोग ठिठुर गए। पहाड़ों में लगातार हो रही बर्फबारी से यहां के लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। बांदा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के विशेषज्ञ डॉ. दिनेश साहा ने बताया कि पिछले एक दशक बाद शुक्रवार को बुंदेलखंड के बांदा, हमीरपुर, महोबा और चित्रकूट जिले में न्यूनतम तापमान चार से पांच डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई है। साहा ने बताया कि पहाड़ी इलाके में हो रही लगातार बर्फबारी और यहां चल रही गलाने वाले सर्द हवा से अगले 24 घंटों तक छुटकारा मिलने की उम्मीद नहीं है।
वेस्ट यूपी में भी ठंड का प्रकोप
शुक्रवार को वेस्ट यूपी के बुलंदशहर, बागपत, बिजनौर, हापुड़ जिलों में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। वहीं मथुरा का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। सूबे में मथुरा सबसे ठंडा जिला रहा। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रहा। सीतापुर, अमेठी, आंबेडकर नगर, बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गौरतलब है कि जबरदस्त ठंड और शीतलहर की वजह से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों को भी अगले कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया है। गोरखपुर, वाराणसी और इटावा सहित कई जिलों में शीतलहर से लोग बेहाल हैं।
राहत के आसार नहीं
मौसम अधिकारियों ने अगले तीन दिनों में तापमान में और गिरावट आने का अनुमान जाहिर किया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘अगले कुछ दिनों में इसमें किसी सुधार की उम्मीद नहीं है। नए साल की पूर्व संध्या पर बारिश होने की संभावना है।’