- दिसंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 फीसदी हो गई
- नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.54 फीसदी थी
महंगाई पर सरकार लगाम नहीं लगा पा रही है. खाने-पीने की चीजें महंगी होने से दिसंबर में खुदरा महंगाई दर में फिर इजाफा हो गया है. दिसंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 फीसदी हो गई है. जबकि नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.54 फीसदी थी.
इसके अलावा खाद्य महंगाई दर में भी साल के आखिरी महीने में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, नवंबर में खाद्य महंगाई दर 10.01 फीसदी थी, जो दिसंबर में बढ़कर 14.12 फीसदी हो गई. जुलाई 2016 के बाद दिसंबर 2019 पहला महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक के अपर लिमिट (2-6 फीसदी) को पार कर गया है. इससे पहले जुलाई 2014 में खुदरा महंगाई दर 7.39 फीसदी थी.
महंगाई के मोर्चे पर लगातार झटके
दरअसल महंगाई के मोर्चे पर मोदी सरकार को पिछले कुछ महीनों से लगातार पिछड़ रही है. अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 4.62 फीसदी थी, जो नवंबर में बढ़कर 5.54 फीसदी हो गई. जबकि सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 3.99 फीसदी थी.
महंगी हुईं सब्जियां
आंकड़ों की मानें तो प्याज, टमाटर और अन्य सब्जियों की कीमतों में इजाफा होने के कारण दिसंबर में खुदरा महंगाई दर ये उछाल देखने को मिला है. इसके अलावा पेट्रोल-डीजल के दामों में भी बढ़ोतरी से खुदरा महंगाई दर बढ़ी है.
सब्जियों की महंगाई दर अक्टूबर में 26 फीसदी थी, फिर नवंबर में बढ़कर 36 फीसदी हो गई और अब दिसंबर में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी गई है. दिसंबर में सब्जियों की महंगाई दर बदकर 60.5 फीसदी हो गई.