नई दिल्ली, पीटीआइ। निजी क्षेत्र के कर्जदाता एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने अपने ग्राहकों को तीन महीने के लिए लोन पर मोहलत की पेशकश की है। बैंक ने कहा है कि अगर उन्हें अपनी ईएमआई को जारी रखने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो वे इसमें तीन महीने की रियायत ले सकते हैं। बैंक ने एक ट्वीट में कहा, ‘कोविड-19 रेगुलेटरी पैकेज पर भारतीय रिज़र्व बैंक की गाइडलाइन के अनुसार, हम आपको रियायत/मोहलत देने की पेशकश करते हैं।’ गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए देशभर में 25 मार्च से ही 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है।
बैंक ने कहा कि ग्राहक एक मार्च 2020 और 31 मई 2020 के बीच की किस्तों के भुगतान, विभिन्न टर्म लोन्स, क्रेडिट कार्ड के बकाया या वर्किंग केपिटल फैसेलिटीज के लिए ब्याज के भुगतान पर रियायत का लाभ ले सकते हैं।
एक्सिस बैंक ने अपनी वेबसाइट पर टर्म्स एंड कंडीशंस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अगर ग्राहक का तात्कालिक नकद प्रवाह प्रभावित हुआ है या वे कोरोना वायरस महामारी के चलते वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो उनके लिए इएमआई चुकाने में मोहलत का विकल्प उपलब्ध है। बैंक ने आगे ग्राहकों को स्पष्ट किया कि यह केवल मोहलत का विकल्प है, ना कि छूट या लोन माफी का विकल्प है। बैंक ने कहा कि इस दौरान ब्याज लगना जारी रहेगा। बैंक ने कहा कि मोहलत का समय बीत जाने के बाद जून 2020 से भुगतान शुरू हो जाएगा।
बैंक ने कहा कि जिन देनदारों कि वित्तीय स्थिति प्रभावित नहीं हुई है और वे मोहलत का विकल्प लेना नहीं चाहते, वे मोहलत की इस योजना से बाहर रहने का फैसला ले सकते हैं। वे एक मेल भेजकर या अपनी निकटतम ब्रांच विजिट कर ऐसा कर सकते हैं। बैंक ने साथ ही कहा कि अगर कोई भी लिखित कम्युनिकेशन देनदार की ओर से प्राप्त नहीं होता है, तो यह माना जाएगा कि उसने मोहलत के विकल्प को चुन लिया है।