Edited By: Dhanesh Diwakar
मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल में बंदूक रखना प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है। इसी चाहत को प्रशासन सेवाभाव की ओर ले जाने में लगा है। बंदूक (शस्त्र) के लाइसेंस के लिए पहले 10 पौधे लगाने की शर्त रखी थी। अब दूसरी शर्त गोशाला में 10 कंबल दान करने की है। यह आदेश ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने शनिवार सुबह गोसेवकों एवं समाजसेवियों के साथ हुई बैठक में दिया।
सर्दी से गायों की मौत को लेकर कलेक्टर चिंतित
मालूम हो कि पिछले दिनों ग्वालियर में नगर निगम द्वारा संचालित मुकेश अग्रवाल रिसर्च सेंटर एंड हॉस्पिटल (मार्क) गोशाला में सर्दी से दो दिन में 14 गायों की मौत हो गई थी। इसके बाद कलेक्टर ने गायों को सर्दी से बचाने के लिए तीन लाख रुपये और अन्य समाजसेवियों से प्राप्त दो लाख रुपये के तिरपाल दान दिए गए थे। इसके बावजूद दो गोशालाओं में रहने वाली 9000 गायों को सर्दी से बचाने के इंतजाम पूरे नहीं हो पा रहे थे।
कलेक्टर ने कहा- गोशाला में 10 कंबल दान करने पर मिलेगा शस्त्र लाइसेंस
इसके चलते कलेक्टर चौधरी ने आदर्श गोशाला में शनिवार सुबह गोसेवकों एवं समाजसेवियों की बैठक बुलाई। बैठक में सभी से गायों को सर्दी से बचाने के सुझाव मांगे गए। इसके बाद कलेक्टर ने आदेश दिया कि शनिवार से जो भी शस्त्र लाइसेंस का आवेदन करेगा, उसे 10 कंबल दान करने होंगे।