नवा रायपुर के जंगल सफारी की सैर 100 रुपए में होगी। बच्चों के 25 रुपए लगेंगे। एसी बस में सफर करने का किराया भी 300 से 150 कर दिया गया है। छह साल से बारह साल तक के बच्चों का किराया भी 100 से घटाकर 50 रुपए कर दिया गया है। नान एसी बसों में बारह साल तक के बच्चों का टिकट 25 रुपए ही लिया जाएगा।
शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में सफारी का किराया आधा करने के साथ ही इसी से लगे जू का किराया भी तय कर दिया गया है। अब तक जू (चिड़ियाघर) का पैकेज जंगल सफारी में अटैच था, जिसे अलग कर दिया गया है। वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि जू का टिकट 50 रुपए तय किया गया है। 12 से 18 साल तक की उम्र के बच्चों का टिकट 25 रुपए होगा। जू में 12 साल से कम उम्र के बच्चों की एंट्री फ्री कर दी गई है।
मुख्यमंत्री बघेल जंगल सफारी और चिड़ियाघर के ज्यादा टिकट से सहमत नहीं हैं। इस वजह से वन विभाग जंगल सफारी और जू, दोनों का किराया घटाकर अाधा करने वाला है। शुक्रवार को कैबिनेट ने भास्कर की इस खबर पर मुहर लगा दी। जंगल सफारी से लगे जू का उद्घाटन एक महीने पहले हो चुका है, लेकिन फीस तय नहीं होने के कारण इसे जंगल सफारी के पैकेज में ही रखा गया था। सरकार ने जू की फीस तय करने के साथ ही सफारी का शुल्क आधा करने का निर्णय लिया।
फीस तय होने के बाद अब पर्यटक जू और जंगल सफारी का टिकट अलग-अलग ले सकेंगे। जंगल सफारी के गेट के पास ही सफारी का टिकट काउंटर है। फिलहाल जू में एंट्री की टिकट भी वहीं मिलेगी। जू जाने वाले पर्यटक भी सफारी के गेट से ही एंट्री करेंगे। सफारी के भीतर जू और सफारी जाने के अलग-अलग गेट हैं। वहां तक जाने के बाद ही पर्यटक अलग-अलग गेट से एंट्री करेंगे।