राजेश खन्ना के जन्मदिन पर जानें ये 10 खास बातें

                      90 के दशक के दिग्गज अभिनेता राजेश खन्ना आज अपना जन्मदिन मनाते हैं और अपनी बेटी ट्विंकल खन्ना के साथ विशेष दिन साझा करते हैं। 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में जन्मे, खन्ना के चार दशक लंबे करियर में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले, जब उन्होंने अपने अभिनय के पेशे की शुरुआत की। उन्होंने 1996 में आखिरी खत के साथ अपनी यात्रा शुरू की। इसके बाद उन्होंने 1967 में राज़ , बहारों के सपने और उसी साल में फ़िल्में कीं । उन्होंने 1969 की आराधना के साथ अपने बॉलीवुड जैकपॉट को हिट किया। अपने करियर के दौरान, उन्होंने 160 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया।अमिताभ बच्चन के साथ आनंद में उनकी भूमिका ने उन्हें कई प्रशंसाएं खरीदीं और राजेश खन्ना ने खुद को ‘बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार’ के रूप में स्थापित किया।

राजेश खन्ना ने ‘आराधना’, ‘दो रास्ते’, ‘खामोशी’, ‘सच्चा झूठा’, ‘गुड्डी’, ‘कटी पतंग’, ‘सफर’, ‘दाग’, ‘अमर प्रेम’, ‘प्रेम नगर’, ‘नमक हराम’, ‘रोटी’, ‘सौतन’, ‘अवतार’ जैसी एक से बढ़कर एक फिल्में की और राजनीति में भी हाथ आजमाया. आइए जानते हैं इस सुपरस्टार के बारे में 10 खास बातें.

1. राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर (पंजाब) में हुआ था.

2. राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था. उनके अंकल के के तलवार ने फिल्मों में आने से पहले उनका नाम जतिन से बदलकर राजेश कर दिया था. इंडस्ट्री में प्यार से लोग राजेश खन्ना को ‘काका’ के नाम से बुलाते थे.

3. परिवार के साथ मुंबई शिफ्ट होने के बाद राजेश खन्ना मुंबई के गिरगांव चौपाटी में रहते थे और वहीं स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई की. राजेश खन्ना के सहपाठी रवि कपूर (अभिनेता जीतेन्द्र) हुआ करते थे.

4. स्कूल के दौरान ही राजेश खन्ना का झुकाव थिएटर की तरफ था और वो कई सारे नाटकों में हिसा लिया करते थे और कई बार इनाम भी जीते. 60 के दशक की शुरुआत में राजेश खन्ना पहले ऐसे स्ट्रगल करने वाले न्यूकमर थे जो अपनी एम जी स्पोर्ट्स कार में बैठकर ऑडिशन देने जाया करते थे.

5. राजेश खन्ना उस जमाने में अपने दोस्त रवि कपूर (जीतेन्द्र) को भी फिल्मों में ऑडिशन के दांव पेंच बताया करते थे.

6. टैलेंट कांटेस्ट के जरिए फाइनलिस्ट बनने के बाद राजेश खन्ना ने अपनी पहली फिल्म ‘आखिरी खत’ की जिसे चेतन आनंद ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म को 40वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में भारत की तरफ से फॉरेन फिल्म की श्रेणी में भेजा गया था.

7. राजेश खन्ना को फिल्म ‘आराधना’, ‘इत्तेफाक’, ‘बहारों के सपने’ और ‘औरत’ की वजह से काफी सराहना मिली. इसके कारण अभिनेत्री वहीदा रहमान ने डायरेक्टर असित सेन को उनकी फिल्म ‘खामोशी’ के लिए ‘राजेश खन्ना’ का नाम सुझाया.

8. फिल्म ‘आराधना’ के बाद राजेश खन्ना को पहला सुपरस्टार घोषित कर दिया गया था. इस फिल्म में राजेश खन्ना ने शर्मीला टैगोर और फरीदा जलाल के साथ बेहतरीन काम किया था. इसी फिल्म से किशोर कुमार भी राजेश खन्ना की ऑफिशियल आवाज कहे जाने लगे.

9. राजेश खन्ना ने मशहूर अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से विवाह किया और उनकी दो बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना हुई.

10. राजेश खन्ना को 2013 में भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. फिल्मों के अलावा उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा और कांग्रेस पार्टी के नेता भी बने. राजेश खन्ना साल 2012 में कुछ समय से बीमार चल रहे थे और 18 जुलाई 2012 को उनका खुद के ‘आशीर्वाद’ बंगले में देहांत हो गया. विकिपीडिया के अनुसार अमिताभ बच्चन ने बताया की राजेश खन्ना के आखिरी शब्द थे ‘Time is up’, ‘Pack up’.

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