Maruti March Sales- मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki) की मार्च बिक्री 47 फीसदी घटकर 83,792 यूूनिट पर आ गई है. जबकि, कंपनी ने पिछले साल मार्च 2019 में 1,58,076 कार बेची थीं.
आंकड़ों पर एक नज़र- मार्च 2020 में Maruti का एक्सपोर्ट 55 फीसदी घटकर 4,712 यूनिट रहा है. वहीं, मार्च 2019 में कंपनी का कुल एक्सपोर्ट 10,463 यूनिट रहा था. मार्च 2020 में Maruti की पैसेंजर व्हीकल बिक्री 47.4 फीसदी घटकर 76,420 यूनिट रही है. वहीं, मार्च 2019 में कंपनी की कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री 1.45 लाख यूनिट रही थी.
जानिए कौन सी कारों की कम हुुई बिक्री
>> इस दौरान ऑल्टो और वैगनआर जैसी छोटी कारों की बिक्री 15,988 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 16,826 इकाई थी. इस तरह छोटी कारों की बिक्री में पांच प्रतिशत की कमी आई.
>> स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसे मॉडल वाले कॉम्पैक्ट खंड में बिक्री 50.9 प्रतिशत घटकर 40,519 इकाई रही.
>> इसी तरह विटारा ब्रेज़ा, एस-क्रॉस और एर्टिगा सहित यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 53.4 प्रतिशत घटकर 11,904 इकाई रही. कंपनी ने कहा कि इस दौरान निर्यात में 55 प्रतिशत की कमी आई थी.
लॉकडाउन में मारुति ने ग्राहकों के लिए किया बड़ा ऐलान
देश की नंबर वन कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki ने लॉकडाउन पीरियड के दौरान खत्म हो रही वाहनों की वारंटी और सर्विस अवधि को देखते हुए उसे आगे बढ़ाने का फैसला किया है.
मारुति सुजुकी ने यह फैसला लिया है कि जिन ग्राहकों के व्हीकल्स की फ्री सर्विस, वारंटी और एक्सटेंड वारंटी 15 मार्च, 2020 से 30 अप्रैल, 2020 तक के बीच में खत्म होने वाली है.
उसे कंपनी आगे बढ़ाते हुए अब 30 जून, 2020 तक कर रही है. कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा गया है कि COVID-19 को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में हुए लॉकडाउन के दौरान मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने ग्राहक के व्हीकल्स की वारंटी और सर्विस को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं.
यह कदम सर्विस और वारंटी वैलिडिटी पर कई ग्राहकों द्वारा सवाल उठाने के बाद लिया गया है. लॉकडाउन पीरियड के दौरान लोग अपने व्हीकल्स को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में असमर्थ थे. मारुति सुजुकी ने अपने ग्राहकों को जानकारी देने के लिए एक कैटेगरी भी जारी कर रही है.
इसमें बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान अपने वाहनों को कैसे काम करने की स्थिति में रखा जाएगा. सरकार ने कंपनियों के साथ 30 जून तक 3 माह के लिए कई टैक्स से जुड़े मुद्दों का अनुपालन करने के लिए कदम उठाए हैं