भोपाल:
मध्य प्रदेश (Mdhya Pradesh) में पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कांग्रेस (Congress) विधायक जयपुर से भोपाल गए हैं. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने राज्यपाल के कल यानी सोमवार को फ्लोर टेस्ट कराए जाने के निर्देश के बाद आज यानी रविवार को 11 बजे कैबिनेट की मीटिंग बुलाई हैं. बता दें, राज्यपाल लालजी टंडन (Lalji Tandon) ने बहुमत परीक्षण का निर्देश जारी किए हैं. इसमें कहा गया है, ‘मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च, 2020 को प्रातः 11 बजे प्रारंभ होगा और मेरे अभिभाषण के तत्काल बाद एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा. विश्वासमत मत विभाजन के आधार पर बटन दबाकर ही होगा और अन्य किसी तरीके से नहीं किया जाएगा.’
इससे पहले विधानसभा स्पीकर ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक छह विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. हालांकि फ्लोर टेस्ट का आदेश देते हुए राज्यपाल ने कहा है कि अब इस कार्रवाई को स्थगित नहीं किया जा सकता है. वहीं कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद 230 सीटों वाली विधानसभा में 222 सदस्य रह गए हैं. दो सीटों दो विधायकों की मौत के बाद से खाली चल रही हैं. ऐसे में बहुमत के लिए 112 विधायकों की जरूरत है.
वर्तमान स्थिति को देखते हुए बागी और निर्दलयों के समर्थन बाद कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं. 7 निर्दलय विधायकों को जोड़कर उसके पास 115 विधायक हो जाते हैं जो कि बहुमत की संख्या से तीन ज्यादा है. वहीं बीजेपी के पास महज 107 विधायकों का समर्थन है. इस तरह से देखा जाए तो मुख्यमंत्री कमलनाथ आसानी से अपनी सरकार बचा सकता है. लेकिन यह तो फ्लोर टेस्ट के बाद ही साफ हो पाएगा कि सरकार बचती है या गिरती है.