रायपुर सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड की बदबू कभी डेढ़ किलोमीटर दूर तक फैली होती थी, क्योंकि ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे का अंबार लगा रहता था। निगम ने वहां फलदार पौधे लगाना शुरू कर दिया है। सरोना के आसपास के लोगों को अब बदबू से निजात मिल गई है। सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड में रायपुर नगर निगम ने बादाम, कदम, जामुन के पौधे लगाए हैं। निगम सरोना में करीब एक हजार पौधे लगाएगा। निगम अमले ने सरोना को सजाने का काम को तेजी से कर रहा है। निगम के अधिकारी का कहना है कि पौधे लगाने का काम चल रहा है, बाकी की बची जगहों पर इको फ्रेंडली गार्डन बनाया जाएगा।
सरोना में करीब 20 एकड़ में ट्रेंचिंग ग्राउंड है। यहां शहर भर का कचरा वर्षों तक डाला जाता रहा। दो-तीन दशक से यहां फेंकें गए कचरे का अंबार लगा था। एनजीटी के निर्देश के बाद निगम ने कचरा फेंकना बंद किया। अब सरोना के कचरे को रोलर मशीन से समतल करने का काम पूरा कर लिया गया है। निगम वर्तमान में वहां पर 150 पौधे बादाम, कदम और जामुन के लगा दिए हैं। इसके साथ ही खाली पड़े प्लाट में अलग तरह की घास लगाई जाएगी। इससे हराभरा दिखेगा और सरोना के आसपास के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
आसपास के लोगों को मिल रही राहत
सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड में शहर का कचरा डंप किए जाने की वजह से वहां के रहवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कचरे से निकलने वाली रासायनिक गैस हवा को प्रदूषित कर कई तरह की बीमारियों को जन्म दे रही थी, जिससे लोग परेशान थे। आम लोगों ने इसके खिलाफ नाराजगी दिखाते हुए प्रदर्शन किया था। अब कचरा डंप नहीं हो रहा है, बदबू खत्म हो गई है।
40 करोड़ की लागत से ट्रेंचिंग ग्राउंड बन रहा खूबसूरत
सरोना को खूबसूरत बनाने के लिए निगम करीब चालीस करोड़ रुपये खर्च करेगा। सरोना में जनता को हो रही परेशानियों को देखते हुए कचरा फेंकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत सकरी में कचरा निष्पादन के लिए सेंटर बनाया जा रहा है। सकरी में जनवरी में कचरे के निष्पादन का काम शुरू होने का निगम दावा कर रहा है। सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड में 40 करोड़ से गार्डन बनाया जाएगा, ताकि आम लोगों को प्रदुषण से निजात मिले।