Edited By: Dhanesh Diwakar
भारतीय क्रिकेट इतिहास से महान कप्तानों का जब भी जिक्र होता है तो एक नाम सबसे पहले लिया जाता है। वो नाम विजय हजारे का है जिनके नाम पर भारत का प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी खेला जाता है। विजय ने टेस्ट करियर में बतौर कप्तान महज 1 मैच जीता था लेकिन इसी एक मैच की वजह से उनका नाम भारतीय क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज है। इसके अलावा विजय भारत की तरफ से फर्स्टक्लास में तिहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज थे। वीरेंद्र सहवाग टेस्ट में तिहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय हैं।
18 दिसंबर 2004 को भारत ने अपने इस शानदार खिलाड़ी और कप्तान को खोया था। 11 मार्च 1915 में जन्में विजय हजारे का निधन 89 साल की उम्र में हुई था। विजय भारतीय क्रिकेट टीम के 5वें टेस्ट कप्तान थे। उन्होंने महज 14 मैचों में भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभाली लेकिन इस छोटी सी अवधि में ही उन्होंने एक ऐसा बड़ा कमाल कर दिखाया जो उनसे पहले कोई कप्तान नहीं कर पाया था। विजय ने भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पहली टेस्ट जीत दिलाई थी।
इंग्लैड के खिलाफ भारत की पहली जीत
भारतीय टीम ने साल 1951-52 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलते हुए पहली जीत हासिल की थी। यह भारतीय टेस्ट इतिहास में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की पहली जीत थी। विजय हजारे की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड पर पहली जीत दर्ज की थी। चेन्नई टेस्ट में भारत ने पारी और 8 रन की बड़ी जीत के साथ इंग्लैंड के खिलाफ जीत की शुरुआत की थी।
विजय हजारे का करियर
भारत की तरफ 30 टेस्ट मैच खेलने वाला विजय हजारे ने 47.65 की औसत के कुल 2192 रन बनाए थे। टेस्ट में विजय के नाम 7 शतक और 5 अर्धशतक है। गेंदबाजी में भी हाथ आजमाते हुए उन्होंने कुल 20 विकेट भी हासिल किए थे। गेंदबाजी में 29 रन देकर 4 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था। भारत की तरफ से 14 टेस्ट में कप्तानी करते हुए उन्होंने 1 में जीत हासिल की थी जबकि 5 मैच गंवाया और 8 मुकाबला ड्रॉ खेला था।
विजय हजारे के नाम पर टूर्नामेंट
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने साल 2002 में विजय हजारे के नाम पर विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट की शुरुआत की थी। अब तक इसके 38 एडिशन खेले जा चुके हैं। इस साल कर्नाटक की टीम ने तमिलनाडु को हराकर यह खिताब अपने नाम किया था। इसे सबसे ज्यादा 5 बार जीत ने का रिकॉर्ड तमिलनाडु के नाम पर दर्ज है।