- 14 अप्रैल तक के लिए देश में लॉकडाउन
- लॉकडाउन में बैंकों में हो रहा कामकाज
कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है. इस लॉकडाउन में भी बैंकों का कामकाज चल रहा है. इस वजह से बैंक के कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और लोग सोशल मीडिया के जरिए अपनी भड़ास निकाल रहे हैं.
ऐसे में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अपने कर्मचारियों के लिए एक सकुर्लर जारी किया है. इस सर्कुलर में कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगर वे सोशल मीडिया में बैंक के कामकाज को लेकर कोई गलत पोस्ट करेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई सूत्रों के मुताबिक एसबीआई ने कहा, “हमने बैंक की शाखाओं और कार्यालयों के कामकाज से संबंधित सोशल मीडिया पोस्टों में बढ़ोतरी देखी है. कई ऐसी पोस्ट हैं जिनमें कोविड-19 महामारी के संदर्भ में बैंक का परिचालन बंद नहीं करने पर आलोचना की गई है, और जहां ऐसे महत्वपूर्ण समय में बैंक की भूमिका की बहुत कम सराहना की गई है.”
बंगाल में दो कर्मचारियों पर एक्शन
सूत्रों के मुताबिक बैंक ने पहले ही पश्चिम बंगाल स्थित अपने दो कर्मचारियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई शुरू कर दी है. इस कदम की एसबीआई कर्मचारियों के एक बड़े वर्ग ने आलोचना की है और इसे अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने की कोशिश बताया. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि कोरोना वायरस संकट के बीच एसबीआई एकमात्र ऐसा बैंक है, जिसने इस तरह का सर्कुलर जारी किया है.
बैंक की सोशल मीडिया नीति का पालन जरूरी
इस बारे में संपर्क करने पर कोलकाता जोन के एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक रंजन कुमार मिश्रा ने कहा कि बैंक की एक सोशल मीडिया नीति है, जिसका पालन करने की हर कर्मचारी से अपेक्षा की जाती है, ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की जा सकती है. उन्होंने कहा कि हर कोई कोविड-19 के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन अगर इस तरह की पोस्ट से बैंक की छवि धूमिल होती है, तो जांच के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है