च्वाइस सेंटरों (सीएससी) में लोगों से प्रमाण पत्रों के एवज में फीस से ज्यादा रुपए लिए जा रहे थे। नियमानुसार पहली बार आधार कार्ड बनवाने वालों से शुल्क नहीं लिया जाता है। इसके बावजूद आधार कार्ड बनवाने वालों से 50 से 100 रुपए तक की उगाही की जा रही है।
मंगलवार को एक व्यवसायी जमीन संबंधित प्रमाण पत्र के लिए 10 रुपए की जगह 50 रुपए लिया गया। व्यवसायी की शिकायत पर एसडीएम ने च्वाइस सेंटर को बंद करा दिए हैं। कार्रवाई के लिए प्रकरण कलेक्टर को भेजा गया है। च्वाइस सेंटर में नकल के लिए चिप्स से 10 रुपए शुल्क निर्धारित किए हैं। इस काम के इन सेंटरों पर दो गुने रुपए वसूले जा रहे थे। ऐसे लोगों से 50 से 100 रुपए लिए जा रहे हैं। प्रमाण पत्रों के पन्ने स्केनिंग में भी आवेदकों से शुल्क लिया जा रहा है। किसी भी प्रमाण पत्र के साथ 5 स्केनिंग फ्री हैं। इसके अतिरिक्त पन्ने स्केनिंग के लिए च्वाइस सेंटर संचालक 5 रुपए प्रति नग के हिसाब से स्केनिंग चार्ज ले सकता है। च्वाइस सेंटर संचालक फ्री स्केनिंग का भी पैसा वसूल रहे हैं। नगरीय क्षेत्र में दो स्थानों पर चिप्स से अनुबंधित च्वाइस सेंटर चल रहे हैं। शासकीय कन्या स्कूल के पास सोनू स्टूडियो व महुआपारा में विकास च्वाइस सेंटर संचालित हैं।
च्वाइस सेंटरों में रेट लिस्ट भी नहीं लगाई
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के च्वाइस सेंटरों में रेट लिस्ट चस्पा नहीं है। कुछ जगह तो रूम के अंदर रेट लिस्ट लगी है। आवेदक बाहर खिड़की से ही फार्म बनवाते या जमा करते हैं। लंबे समय से च्वाइस सेंटरों में प्रशासनिक अधिकारी भी निरीक्षण करने नहीं गए हैं। लोगों का कहना है कि यदि समय-समय पर अधिकारी च्वाइस सेंटरों का औचक निरीक्षण करें, तो सुधार हो सकता है।
होगी कार्रवाई- एसडीएम
विकास च्वाइस सेंटर में प्रमाण पत्र निकलवाने का 10 रुपए के स्थान पर 50 रुपए शुल्क लिया जा रहा था। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए च्वाइस सेंटर को बंद करा दिया गया है। चिप्स यूआईडीएआई नंबर बंद कर कार्रवाई करने प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा है। राजपुर बस स्टैंड निवासी धनसी राम अग्रवाल ने बताया नगर पंचायत के महुआपारा पास स्थित विकास च्वाइस सेंटर में जमीन संबंधित प्रमाण पत्र निकलवाने का 50 रुपए शुल्क लिए गए।