झटका: आज से PPF, सुकन्या समृद्धि समेत इन सभी सरकारी योजनाओं पर होगा इतना कम फायदा

देश में कई सरकारी योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनका लाभ लाखों लोग उठाते आए हैं। लॉकडाउन के बीच सरकार ने जनता को जोर का झटका दिया है। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए इन योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर घटा दी गई है। इसमें 0.70 फीसदी से लेकर 1.4 फीसदी तक की कटौती की गई है।

यानी अब राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी), सुकन्या समृद्धि खाता, किसान विकास पत्र (केवीपी) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) जैसी योजनाओं के तहत निवेशकों को कम लाभ मिलेगा।

बचत योजनाओं पर इतनी हुई ब्याज दर

याजना पुरानी ब्याज दर नई ब्याज दर (एक अप्रैल 2020 से) बदलाव कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी
सेविंग डिपॉजिट 4 फीसदी 4 फीसदी सालाना
1 साल टाइम डिपॉजिट 6.9 फीसदी 5.5 फीसदी -1.4 तिमाही
2 साल टाइम डिपॉजिट 6.9 फीसदी 5.5 फीसदी -1.4 तिमाही
3 साल टाइम डिपॉजिट 6.9 फीसदी 5.5 फीसदी -1.4 तिमाही
5 साल टाइम डिपॉजिट 7.7 फीसदी 6.7 फीसदी -1.0 तिमाही
5 साल रेकरिंग डिपॉजिट 7.2 फीसदी 5.8 फीसदी -1.4 तिमाही
सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम 8.6 फीसदी 7.4 फीसदी -1.2 तिमाही तथा पेड
5 साल नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट 7.9 फीसदी 6.8 फीसदी -1.1 सालाना
पब्लिक प्रोविडेंट फंड 7.9 फीसदी 7.1 फीसदी -0.8 सालाना
किसान विकास पत्र 7.6 फीसदी 6.9 फीसदी (124 महीने में मच्योरिटी) -0.7 सालाना
सुकन्या समृद्धि योजना 8.4 फीसदी 7.6 फीसदी -0.8 सालाना

सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और लोक भविष्य निधि समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें 2020-21 की पहली तिमाही के लिए 1.4 फीसदी तक घटा दी हैं। लघु बचत योजनाओं पर ब्याज तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है।

वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार एक से तीन साल की मियादी जमा राशि पर ब्याज अब 5.5 फीसदी मिलेगा जो फिलहाल 6.9 फीसदी है। यानी इस पर ब्याज में 1.4 फीसदी की कटौती की गई है। वहीं पांच साल के लिये मियादी जमा पर ब्याज 6.7 फीसदी मिलेगा जो फिलहाल 7.7 फीसदी है।

फिक्स्ड इनकम पर आश्रित लोगों खासकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये किसी झटके से कम नहीं है। ये वर्ग आय के नियमित स्रोत के रूप में ब्याज से मिलने वाली रकम पर निर्भर रहता है। बैंकों ने भी हाल ही में फिक्सड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में कटौती की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *