- चीन में 26 मौतों और 926 संक्रमण का खौफ ऐसा कि चीन की दीवार का एक हिस्सा भी बंद
- 15 शहरों में साढ़े चार करोड़ नागरिकों की आवाजाही पर प्रतिबंध, सख्ती
- भारत में चार व्यक्तियों के संक्रमित होने की आशंका
वायरस फैलने से रोकने के लिए चीन ने अपने 15 शहरों के साढ़े चार करोड़ नागरिकों के कहीं आने पर रोक लगा दी है। यह वायरस का खौफ है कि चीन की दीवार के एक हिस्से को बंद कर दिया गया है। यहां की सरकार ने अब तक 41 लोगों के मरने की पुष्टि की है, और प्रभावितों की संख्या 926 के करीब बताई है।
हालांकि लंदन और अमेरिकी विशेषज्ञों के अनुसार प्रभावितों की संख्या चार हजार से अधिक हो सकती है। वायरस के स्रोत चीन में ऐसे शहरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जहां लोगों के आवागमन पर रोक लगाई जा रही है।
शुक्रवार शाम तक इनकी संख्या 15 हो चुकी थी, इनमें 15 लाख की आबादी वाला शिनताओ, पांच लाख आबादी का चीबी, 24 लाख की आबाद का हुआंग्शी, 64 लाख की आबादी का झिंझाओ शहर प्रमुख हैं। यहां बस, ट्रेन, नौकाओं आदि से लेकर सभी सार्वजनिक यातायात बंद कर दिए गए हैं।
करीब 1.12 करोड़ की आबादी वाला हुबई राज्य का प्रमुख शहर वुहान सबसे ज्यादा प्रभावित बताया जा रहा है। अधिकतर शहरों में खाद्य पदार्थों और फार्मेसी के अलावा सभी तरह की दुकानें, प्रतिष्ठान और कारोबार बंद हो चुके हैं।
चीन के त्यौहार चंद्र नववर्ष की छुट्टियों में यात्रा कर रहे लाखों लोग अलग अलग शहरों में फंसे हुए हैं। प्राचीन समय में बाहरी आक्रमणों से देश की रक्षा के लिए बनाई गई चीन की दीवार के भी कुछ हिस्से को देश के आंतरिक हालात के चलते बंद कर दिया गया है।
बीजिंग के लामा मंदिर सहित कई मंदिरों को बंद कर दिया गया है ताकि लोग नए साल के लिए एक साथ न जुटें और संक्रमण रोका जाए। शंघाई का डिज्नीलैंड पार्क भी बंद कर दिया गया है, जहां रोजाना 1 लाख पर्यटकों को घुमाने की क्षमता है। नव वर्ष के लिए इसकेे सारे टिकट बिक चुके थे।

10 देश प्रभावित, डब्ल्यूएचओ ने कहा अभी विश्व के लिए खतरा नहीं
कोरोनावायरस के मरीज ऑस्ट्रेलिया (4), नेपाल (1), थाईलैंड (5), अमेरिका (2), ताइवान (1), जापान (2), दक्षिण कोरिया (2), वियतनाम (2), सिंगापुर (3), हांगकांग (2) और मकाऊ (2) आदि 10 देशों में मिल चुके हैं। यूके, भारत सहित कई देशों में संदिग्ध मिल रहे हैं। अकेले चीन में 900 से अधिक मरीज संक्रमित पाए गए हैं तो अन्य देशों में करीब 26 मरीजों का इलाज चल रहा है।
इसके बावजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब भी दुनिया के लिए आपात स्थिति घोषित करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया। उसने केवल चीन के लिए इसे आपात काल बताया। संगठन के अधिकारियों का कहना है कि अभी साफ नहीं है कि यह नया वायरस कितना खतरनाक है, यह जाने बगैर विश्व के लिए इसे चिंताजनक हालात नहीं कहा जा सकता।