भूख हड़ताल के 13वें दिन स्वाति मालीवाल की तबीयत बिगड़ी, जबरन चढ़ाया गया ग्लूकोज

रेप के दोषियों को जल्द फांसी देने की मांग को लेकर पिछले 12 दिनों से अनशन पर बैठीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की तबीयत बिगड़ने के बाद बेहोशी की हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहां उन्हें जबरन ग्लूकोज चढ़ाया गया और नसों के जरिए तरल पदार्थ दिया गया। शनिवार को ही उनकी तबीयत खराब हो गई थी और डॉक्टरों ने उन्हें चेतावनी दी थी। दरअसल लगातार भूख हड़ताल पर बैठे रहने से उनका वजन 8 किलो तक कम हो गया है और बेहद कमजोर होने की वजह से चलने में फिरन में भी असमर्थ हैं। स्वाति की मांग है कि रेप के दोषियों को 6 महीने के भीतर फांसी पर लटकाया जाए।

दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को लोकनायक जयप्रकाश नारायण हॉस्पिटल (एलएनजेपी) में भर्ती कराया गया है। इससे पहले दो दिन पहले हुई मेडिकल जांच में स्वाति का ब्लड प्रेशर 92/70, शुगर 67, वजन 57 और पल्स 90 रेकॉर्ड की गई।

उल्लेखनीय है कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या और इसके बाद उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को जलाकर मार डालने की घटना के बाद से स्वाति मालिवाल अनशन कर रही हैं। उन्होंने पिछले साल भी महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर अनशन किया था। उन्होंने तब पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर अपील की थी कि रेप के मामलों में दोषियों को छह महीने के भीतर फांसी दी जाए।

निर्भया की मां ने भी की थी अनशन खत्म करने की अपील
स्वाति की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए निर्भया की मांग ने भी उनसे अनशन तोड़ने की अपील की थी। डॉक्टरों ने भी कहा था कि अनशन की वजह से उनकी किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि मालीवाल अपनी मांगों पर अड़ी रहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर ‘दिशा बिल’ लागू करने की मांग की थी। उन्होंने लिखा था कि महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए जब तक दिशा कानून लागू नहीं हो जाता, वह अनशन जारी रखेंगी।

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