यूपी के उन्नाव में आग के हवाले की गई रेप पीड़िता की शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। बता दें, पीड़िता रायबरेली में अपनी बुआ के यहां रहती थी। गुरुवार सुबह 4 बजे वह ट्रेन पकड़ने के लिए बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी। मौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर, शुभम, शिवम और उमेश ने उसे घेर लिया और डंडे, चाकू से वार किया। इस बीच जब वह चक्कर खाकर गिर गई तो पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। केस की जांच रायबरेली पुलिस ने की थी और दोनों आरोपी जमानत पर बाहर थे।

पीड़िता को एयरलिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली लाया गया था
करीब 90 फीसदी झुलसी पीड़िता को गुरुवार शाम एयरलिफ्ट करके लखनऊ के सिविल अस्पताल से दिल्ली लाया गया था। दिल्ली एयरपोर्ट से अस्पताल तक एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। पीड़िता को एयरलिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली लाया गया था

रात 11.40 पर पीड़िता ने तोड़ा दम
सफदरजंग अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया, ”हमारी कोशिशों के बावजूद पीड़िता को बचाया नहीं जा सका। शाम से ही उसकी हालत खराब होने लगी थी। रात 11.10 बजे उसे कार्डियक अरेस्ट आया। हमने इलाज शुरू किया और उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन 11.40 मिनट पर उसकी मौत हो गई।” उन्होंने बताया कि पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

सभी आरोपी गिरफ्तार
बता दें, घटना में शामिल सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पीड़िता ने बताया था कि शिवम त्रिवेदी नाम के शख्स ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और फिर रायबरेली ले जाकर रेप किया। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि त्रिवेदी ने मोबाइल में उसका अश्लील वीडियो बना लिया था, जिसे वायरल करने की धमकी देकर वह लगातार रेप करता रहा। युवती ने कहा कि शिवम ने कई शहरों में ले जाकर उसके साथ रेप किया। पीड़िता ने शादी के लिए दबाव बनाया लेकिन शिवम नहीं माना।