उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को 17 दिनों के बाद सफलता पूर्व रेस्क्यू कर लिया गया। सभी मजदूरों को सुरंग से निकालकर फिलहाल मेडिकल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।इस ऑपरेशन की के बाद राजनेताओं ने भी खुशियां जताई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सभी एजेंसियों ने विशेष रूप से PMO के मार्गदर्शन में भारत के सभी एजेंसी , उत्तराखंड के सरकार और वहां की स्थानीय जनता और सब लोगों ने रात दिन मेहनत की है। उसके बाद ये सफलता मिली है। जिन लोगों की जानबची उन सभी को बहुत -बहुत शुभकामनाएं। जिन-जिन एजेंसियों और सभी इंजीनियर इसमें जो काम किया मैं उनको आभार व्यक्त करता हूं। हम टनल का ऑडिट भी करने वाले हैं।
सोमवार को ‘रैट होल माइनिंग’ तकनीक की मदद से हाथ से ड्रिलिंग शुरू की गई जिसके बाद मंगलवार को मलबे में पाइप को आर-पार करने में सफलता मिल गई।
अधिकारियों ने बताया कि श्रमिकों को एक-एक करके 800 मिमी के उन पाइपों के जरिए बाहर निकाला गया जिन्हें मलबे में ड्रिल करके अंदर डालकर एक रास्ता बनाया गया था।चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन साढ़े चार किलोमीटर लंबी सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग का 12 नवंबर को एक हिस्सा ढहने से उसमें फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चला रहे बचावकर्मियों को 17वें दिन यह सफलता मिली।
मजदूरों को निकाले जाने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी मौजूद रहे।
बाहर निकल रहे श्रमिकों को मुख्यमंत्री ने अपने गले लगाया तथा उनसे बातचीत की। बचाव कार्य में जुटे लोगों के साहस की भी उन्होंने सराहना की।