जंतर-मंतर से लौटे पहलवान बोले-मेडल गंगा में बहा देंगे:ये हमारी आत्मा, इनके बिना जीने का मतलब नहीं, अब इंडिया गेट पर आमरण अनशन

दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों के धरने पर प्रतिबंध लगने के बाद अब इंटरनेशनल रेसलर ने बड़ा फैसला किया है. विनेश फोगाट ने मंगलवार को एक ट्वीट करते हुए ओलंपिक मेडल्स को गंगा में बहाने का ऐलान किया है. उन्होंने लिखा- ‘मेडल हमारी जान है, हमारी आत्मा है. इनके गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का कोई भी मतलब नहीं रह जाएगा. इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.’

‘आज शाम 6 बजे गंगा में प्रवाहित होंगे मेडल’

विनेश फोगाट ने आगे कहा- ‘इंडिया गेट उन शहीदों की जगह है, जिन्होंने देश के लिए अपने देह त्याग दिए. हम उनके जितने पवित्र तो नहीं हैं, लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर खेलते वक्त हमारी भावना भी उन सैनिकों जैसी ही होती थी. अ​पवित्र तंत्र अपना काम कर रहा है और हम अपना काम कर रहे हैं. अब लोगों को समझना होगा कि वह अपनी इन बेटियों के साथ खड़ें हैं या इन बेटियों का उत्पीड़न करने वाले उस तेज सफेदी वाले तंत्र के साथ. आज शाम छह बजे हम हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे.’

मां गंगा ही है इन मेडलों को रखने की सही जगह

विनेश फोगाट ने कहा कि हम इन मेडलों को गंगा में इसलिए बहाने जा रहे हैं, क्योंकि वह गंगा मां हैं. जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था. ये मेडल सारे देश के लिए ही पवित्र हैं. पवित्र मेडल को रखने की सही जगह पवित्र मां गंगा ही हो सकती है, न कि हमें मुखौटा बना फायदा लेने के बाद हमारे उत्पीड़क के साथ खड़ा हो जाने वाला हमारा अपवित्र तंत्र.

हमारा उत्पीड़क खुलकर फब्तियां कस रहा है

पहलवान फोगाट के ट्वीट में इस बात का भी जिक्र है कि 28 मई को दिल्ली में हमारे साथ जो हुआ वह आप सबने देखा. दिल्ली पुलिस ने हम लोगों के साथ क्या व्यवहार किया. हमें कितनी बर्बरता से गिरफ्तार किया. हम शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे. हमारे आंदोलन की जगह को भी पुलिस ने तहस नहस कर, हमसे छीन लिया. दिल्ली पुलिस ने गंभीर मामलों में हम पर एफआईआर दर्ज की. क्या महिला पहलवानों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के लिए न्याय मांगकर कोई अपराध कर दिया है. दिल्ली पुलिस और पूरा तंत्र हमारे सथ अपराधियों जैस व्यवहार कर रही है. जबकि उत्पीड़क खुली सभाओं में हम पर फब्तियां कस रहा है.

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