जौ-सेवन के लाभ, कैंसर की समस्याओं में रोकथाम के लिए कारगर है…

स्वास्थ्यवर्धक व उत्तम पथ्यकर ‘जौ’🔹*

*🔸आयुर्वेद ने ‘जौ’ की गणना नित्य सेवनीय द्रव्यों में की है । यह मधुर, पचने में हलका, शीतल, कफ-पित्तशामक, भूखवर्धक, स्वर को उत्तम करनेवाला, रक्तशुद्धिकर, बुद्धिवर्धक, शरीर वर्ण-निखारक, बुद्धिवर्धक, शरीर में स्थिरता उत्पन्न करनेवाला तथा वीर्यवर्धक अनाज है ।*

*🔹जौ-सेवन के लाभ🔹*

*🔸 जौ हृदय की रक्तवाहिनियों को लचीला बनाये रखता है, उच्च रक्तचाप (hypertension) को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे हृदयरोग से रक्षा होती है ।*

*🔸 गुर्दों की खराबी (kidney failure), प्रोस्टेट की वृद्धि, पथरी, मूत्र-संक्रमण (UTI), पेशाब में रुकावट तथा जलन आदि समस्याओं में इसका सेवन खूब लाभकारी है ।*

*🔸 कैंसर की रोकथाम तथा उससे सुरक्षा के लिए छिलकेसहित जौ का सेवन अत्यंत लाभदायी सिद्ध हुआ है ।*

*🔸मोटापा कम करने हेतु जौ सर्वोपरि पथ्यकर अनाज है । सब्जियाँ मिलाकर बनाया गया छिलके सहित जौ का दलिया वजन कम करने के लिए श्रेष्ठ विकल्प है ।*

*🔸इसमें प्रचुर मात्रा में रेशे होने से पाचन- संस्थान स्वच्छ व सशक्त होता है । मल- मूत्रप्रवृत्ति खुलकर होती है । पुराने कब्ज में यह उत्तम आहार है । चर्मरोग, पेट के छाले (peptic ulcer), कफ व पित्तजन्य विकारों में भी इसका सेवन लाभदायी है ।*

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