कार्य को निर्विघ्न सम्पन्न करने व आरोग्य हेतु मंत्र 🔹*
*🔸ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।… ‘ॐ’ माने अखिल ब्रह्मांड के रोम-रोम में रम रहा परमात्मा । ‘नमो’ – उसको नमन करते हैं । ‘भगवते’ – जो भगवान की आकृतियों – श्रीकृष्ण, श्रीराम, शिवजी, हनुमानजी आदि कई रूपों में होते हुए भी ‘वासुदेव’ है अर्थात् सब जगह बस रहा है। इस प्रकार अर्थ का चिंतन करते हुए ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।’ मंत्र का जप करो ।*
*🔸कोई भी शादी-विवाह या बड़ी यात्रा करने जाओ तो वह निर्विघ्न हो इस भावना से इस मंत्र की १ माला जप के जाओ। इससे वह कार्य निर्विघ्न सम्पन्न होगा, इस मंत्र में यह ताकत है ।*
*🔸दीया जलाकर जप करो तो और अच्छा है । पानी की कटोरी रख के उसमें देखते हुए इस मंत्र का जप करो । फिर वह पानी शादी-विवाह की सफलता हेतु घर में छिड़को ।*
*🔸 सुबह उठकर ‘ॐ नमो नारायणाय’ मंत्र २१ बार जपकर पानी में देखें और आरोग्य की भावना से वह पानी पियें । नारदजी कहते हैं कि इससे की रक्षा होती है ।*